
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी पुरानी पसंदीदा स्क्रिप्ट निकाली — “2020 का चुनाव सबसे बड़ा घोटाला था।”
उन्होंने कहा कि मेल-इन वोटिंग खत्म की जाए, वोटर ID जरूरी बने और इस पूरे मामले की जांच हो, वरना आगे फिर सीक्वल बनेगा!
Truth Social पर ट्रंप का Truth Bomb
ट्रंप ने अपने Truth Social अकाउंट पर लिखा — “2020 का चुनाव अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा स्कैंडल था।
इस घोटाले की वजह से एक बेवकूफ आदमी अमेरिका का राष्ट्रपति बन गया।”
उन्होंने इसे NBA Gambling Scandal जैसा बताया — बस फर्क इतना कि इस बार बॉल नहीं, बैलट उछाले गए!
ट्रंप बोले, अगर जांच नहीं हुई तो आने वाले चुनाव भी “फेयर एंड लवली नहीं, फेक एंड लाउडली” होंगे।
ट्रंप के आरोप – और अदालतों का ठंडा रिस्पॉन्स
2020 में हार के बाद ट्रंप ने दावा किया था — वोटिंग मशीनों में हेराफेरी हुई, मृत लोगों के नाम से वोट पड़े, मेल बैलेट चोरी हुए।
लेकिन हकीकत ये रही कि 60 से ज़्यादा केस सबूतों के अभाव में खारिज कर दिए गए। यहां तक कि DOJ और CISA ने भी साफ कहा —
“2020 अमेरिका के सबसे सुरक्षित चुनाव थे।”
यानि ट्रंप का दावा उतना ही मजबूत निकला जितना उनकी हेयरस्प्रे के बाद की पॉलिटिकल पकड़!
जो बाइडेन – ट्रंप के बयान के साइड इफेक्ट
ट्रंप के ताज़ा बयान के बाद बाइडेन खेमे में खामोशी नहीं, मुस्कुराहट है। एक वरिष्ठ डेमोक्रेटिक लीडर ने कहा —“हर बार ट्रंप कुछ कहते हैं, हमारी अगली फंडरेज़िंग बढ़ जाती है।”
कहा जा सकता है कि ट्रंप के ट्वीट और बाइडेन की नींद — दोनों किसी को चैन नहीं लेने देते!
जांच की मांग या चुनावी जुमला?
ट्रंप अब चाहते हैं कि न्यायिक विभाग जांच करे। लेकिन सवाल ये भी है — क्या ये जांच 2028 के चुनाव प्रचार का ट्रेलर तो नहीं? क्योंकि अमेरिका में अब हर आरोप से पहले पूछा जाता है — “Breaking News है या ट्रंप का नया पोस्ट?”
अगर ट्रंप सही हुए तो…
अगर मान लिया जाए कि ट्रंप सही हैं, तो अमेरिका को शायद अब एक Election Reality Show बना देना चाहिए:
“Who Wants To Be The Real President?”
जिसमें जनता नहीं, जज तय करेंगे कि किसे White House की चाबी मिले!
ट्रंप का बयान, अमेरिका का एंटरटेनमेंट
ट्रंप का नया बयान बताता है — राजनीति हो या हॉलीवुड, अमेरिका में सीक्वल कभी खत्म नहीं होते! बस इस बार कहानी वही है — बस रीमास्टर्ड वर्ज़न में!
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